पूर्व योग आयोग सदस्य रविन्द्र सिँह ने पुरे प्रदेश वासियों को कमरछठ की बधाई
बिलासपुर –पूर्व योग आयोग सदस्य रविन्द्र सिँह ने पुरे प्रदेश वासियों को कमरछठ की बधाई दी है और उन्होंने बताया की कमरछठ पूजा एक पारंपरिक त्योहार है जो खासकर ग्रामीण इलाकों में मनाया जाता है। इस पूजा को मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा संतान की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि, और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए किया जाता है।
इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और मिट्टी या गोबर से बने छोटे से कुएं के पास पूजा करती हैं। इसके साथ ही, कुछ विशेष प्रकार के पकवान जैसे कि रोट, मिठाई, और फलों का प्रसाद चढ़ाया जाता है। पूजा के दौरान महिलाएं देवी को याद कर के गीत गाती हैं और संतान की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करती हैं।
कमरछठ पूजा का यह अनुष्ठान महिलाओं के लिए एक सांस्कृतिक और सामाजिक मिलन का भी प्रतीक है, जहाँ वे एक साथ आकर अपनी भावनाओं और विश्वासों को साझा करती हैं।
यह पूजा खासतौर पर संतान की सुरक्षा और उनके दीर्घायु के लिए की जाती है। माना जाता है कि इस पूजा से माँ की संतान को बल, बुद्धि, और लंबी उम्र मिलती है। पूजा उन महिलाओं द्वारा भी की जाती है जो संतान प्राप्ति की कामना करती हैं। ऐ हिंदू धर्म की प्राचीन परंपराओं और ग्रंथों में मिलता है, जहां इसे मातृ देवताओं की आराधना के रूप में माना गया है।
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