ओडिसी गुरु गजेंद्र पंडा का हुआ सम्मान देर रात तक चला संगीत नृत्य का जादू
बिलासपुर =शहर स्थित नार्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट ऑडिटोरियम में छत्तीसगढ़ संगीत नृत्य महोत्सव के प्रथम दिन के आयोजन में संगीत व ननृत्य की विधाओं ने दर्शकों का मन मोह लिया। वेस्ट जोन डांस अकादमी के नर्तकों के कथक नृत्य से शुरु होकर शर्मिष्ठा घोष द्वारा मनोरम कुचिपुड़ी पश्चात शास्त्रीय नृत्य की श्रृंखला में कोलकाता से आए अरुणिमा सेनगुप्ता व राजीब घोष ने अपनी कथक की नयनाभिराम प्रस्तुति ने दर्शकों को अभिभूत कर दिया.
द्वितीय सत्र में ओडिसी गुरु डॉ. गजेंद्र पंडा के नृत्य क्षेत्र में पचास वर्ष पूर्ण होने को स्वर्ण समारोह के रूप में मनाया गया. त्रिधारा भुबनेश्वर के नर्तकों ने उन्हें अपनी प्रस्तुति समर्पित की. तृतीय सत्र में मुम्बई के ख्यातिलब्ध बांसुरी वादक एस आकाश ने अपनी उम्दा प्रस्तुति से श्रोताओं को देर तक बांधे रखा, फिर अंतिम प्रस्तुति रही शास्त्रीय गायन की जिसमें किशन देवांगन की स्वर लहरियों ने देर रात
शहर के संगीत-नृत्य प्रेमियों को हतभ्रत करके रख दिया. प्रथम दिवस के आयोजन में अतिथि के रूप में ओडिसी गुरु डॉ. गजेंद्र पंडा, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. विनय कुमार पाठक, रश्मीलता मिश्रा, निवेदिता सरकार व एन ई इंस्टिट्यूट के कोषाध्यक्ष अनिल कुमार ने कलाकारों को सम्मानित किया व कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा की...
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