जतरा में दिखा आदिवासी देवीय परंपरा का अद्भुत संगम
बस्तर– बस्तर संभाग की आदिवासी जनजती अपनी अनूठी सामाजिक रीती रिवाज के लिए पूरे विश्व में विख्यात है। आदिवासी परंपरा की एक अनोखी झलक नारायणपुर के कोकोड़ी में आयोजित देवीय जात्रा में देखने को मिली है जहां वर्षों से चली आ रही आदिवासी परंपरा के अनुरूप आज
राज टेका माता मंदिर में जात्रा का आयोजन किया गया जिसमें अलग अलग गावों से हजारों की संख्या में ग्रामीण अपने देवी देवताओं के प्रतीक लेकर पहुंचे। जिस उपलक्ष्य में मंदिर के सामने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान आदिवासी समाज के ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ों की थाप पर पारंपरिक नृत्य करते खुशी का इजहार किया है। वहीं जात्रा में देव खेलनी का आयोजन भी किया गया है।
बता दें ग्राम कोकोड़ी जात्रा का महत्त्व बहुत ज्यादा है क्योंकि यह जात्रा नारायणपुर के विश्व प्रसिद्ध माता मावली मेले से पूर्व आयोजित होता है, और कोकोड़ी जतरा से ही देवी
देवताओं को नारायणपुर मावली मेले हेतु आमंत्रण दिया जाता है। कोकोड़ी जतरा के समापन उपरांत ही आगामी 06 मार्च से नारायणपुर के विश्व प्रसिद्ध माता मावली मेला का शुभारंभ होगा ।
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