बीजेपी नेत्री डॉ सुषमा सिंह और रेणु जोगी हो सकती है 2023 के चुनावी मैदान में आमने सामने
बिलासपुर/कोटा –कोटा विधानसभा क्षेत्र के लोगों से पिछले साढ़े चार साल में हुए विकास कार्यों की जानकारी ली, तो अधिकांश लोगों ने कहा कि अंदरुनी गांवों में सड़क, पुल, पुलिया स्वीकृत हुआ है, लेकिन या तो अधूरा है, या काम ही शुरू नहीं हुआ है। गोड़ आदिवासियों की बहुलता वाले बेलगहना ब्लाक में वनांचल में रहने वाले ग्रामीण आज भी सड़क के लिए तरस रहे हैं। कई गांव ऐसे हैं, जहां सड़क ही नहीं है। मरम्मत के अभाव में उखड़ी हुई है, जो दोबारा बन ही पा रही हैं।
2008 में भी रेणु जोगी ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और बीजेपी के मूलचंद खंडेलवाल को मात दी। 2013 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने रेणु जोगी पर टिकट दिया। इस बार उन्होंने बीजेपी के काशी साहू को हराकर सीट पर कब्जा जमाया। इस चुनाव में कांग्रेस को जहां 58390 वोट मिले। वहीं बीजेपी को 53301 वोट मिले। इस तरह जीत का अंतर 5089 वोटों का रहा।तो वही रेणु जोगी फिर से 2018 में कोटा विधानसभा क्षेत्र में जीत हासिल कर पुनः नाम दर्ज किया।
लेकिन इस बार 2023 का चुनाव काफी जोरदार रहेंगा क्युकी बीजेपी के प्रबल दावेदार चुनावी मैदान में होंगे इस टिकट की होड़ में बीजेपी से कोटा की सबसे लोकप्रिय नेत्री डॉ सुषमा सिंह भी टिकट की होड़ में है जब हमने कोटा क्षेत्र के लोगो के बीच जाकर पूछा की कौन सी पार्टी के नेता को इस 2023 के चुनाव में जीत दिलायेगी जनता तो सबसे पहले नाम डॉ सुषमा सिंह का आया उसकी वजह सुषमा सिंह बीजेपी नेत्री के अलावा एक समाज सेविका भी है और वो लगातार जनता के बीच उठ बैठ रही जनता का हाल जान उनकी समस्या का समाधान भी करती है।लोगो के बीच जाकर अब कोई नेता उनकी समस्या सुने तो स्वाभाविक सी बात है जनता उसे ही अपना विधायक चुनेगी।
छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिरी महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके लिए बीजेपी-कांग्रेस के उम्मीदवारों ने अपनी-अपनी दावेदारी शुरू कर दी है. कोटा विधानसभा मे एक तरफ जहां जनता कांग्रेस से वर्तमान विधायक रेणु जोगी व उनकी बहु विधानसभा में सक्रिय नजर आ रहे हैं,
तो दूसरी तरफ बीजेपी के भी दावेदार इन विधानसभा क्षेत्रों में विधायक और कांग्रेस सरकार की विफलता गिनाने के लिए लगातार दौरा कर हैं. इस साल बिलासपुर जिला के सभी विधानसभा सीटों में भी कांटे की टक्कर होने का दावा किया जा रहा है. वहीं इन 7 विधानसभा सीटों में से एक मात्र सामान्य सीट और सबसे महत्वपूर्ण सीट कहे जाने वाले कोटा विधानसभा में बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट बीते चुनाव के मुकाबले काफी लंबी हो गयी.
टिकिट पाने लगी होड़
सामान्य सीट होने की वजह से बीजेपी और कांग्रेस के कई नेता चुनाव में दावेदारी कर अपना भाग्य आजमा रहे हैं. सभी अपनी- अपनी दावेदारी के लिए लगातार संगठन के बड़े नेताओं से मुलाकात करने के साथ ही कोटा विधानसभा क्षेत्र में भी लगातार सक्रिय होते नजर आ रहे हैं और दीवाल मे वॉल पेंटिंग कराकर अपनी दावेदारी के लिए विधानसभा मे सक्रियता दर्शा रहे है l एक तरफ जहां ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस अपने पुराने प्रत्याशी विभोर सिंह के चेहरे नहीं बदलेगी तो वहीं दूसरी तरफ अन्य कांग्रेस के ही नेता अपनी दावेदारी के लिए विधानसभा क्षेत्र में.दौरा कर सरकार की उपलब्धि गिनाने में लगे हुए हैं. उन्हें उम्मीद है कि अगर कोटा विधानसभा सीट में पुराने प्रत्याशी को दोबारा टिकट नहीं दिया जाता है तो जरूर उन्हें पार्टी उम्मीदवार बना सकती है.वहीं बीजेपी के नेताओं में भी टिकट पाने की होड़ लगी हुई है. बीजेपी के भी सभी टिकट के दावेदार 4 सालों के बाद इस साल चुनाव को देखते हुए पूरी तरह से विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय दिखाई दे रहे हैं और अलग-अलग दौरा कर रहे हैं. बीजेपी नेता केंद्र सरकार की उपलब्धि गिनाने के साथ-साथ कांग्रेस सरकार की विफलता को गिना रहे हैं.
बिलासपुर के 7 विधानसभा सीटों में से एक मात्र सामान्य सीट कोटा में हमेशा से ही बड़े नेताओं की नजर टिकी होती है. यहां बीजेपी-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होती है पर 2018 के चुनाव मे यहा कांग्रेस भाजपा व जनता कांग्रेस के बीच मुकाबला था , इसमें जनता कांग्रेस से रेणु जोगी ने जीत दर्ज की जो 2006 से लगातार विधायक हैं l इस बार जनता कांग्रेस से रेणु जोगी की बहु रिचा जोगी को प्रत्याशी बनाया जा सकता हैं जो कोटा विधानसभा मे काफी सक्रियता से काम कर रही है l इस बार माना जा रहा है कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टी से बड़ी संख्या में नेता दावेदारी कर रहे हैं.
इनमें कांग्रेस से विभोर सिंह जो की पिछले चुनाव मे प्रत्याशी थे इनके अलावा अटल श्रीवास्तव, अरुण चौहान, विजय केशरवानी, संदीप शुक्ला, कन्हैया गंधर्व, का नाम दावेदारी में सामने आ रहा हैं वहीं बीजेपी के दावेदारी में डॉ सुषमा सिंह,मोहित जायसवाल, कन्हैया यादव, सुमन्त जायसवाल,मुकेश दुबे,ब्रजलाल राठौर, संजय साहू और भी अन्य लोग शामिल हैं, जो टिकट की दावेदारी पेश कर रहे है
भाजपा की नेत्री डॉ सुषमा सिंह ने कहा की पार्टी अगर उन्हें टिकिट देती हैं तो वे कोटा विधानसभा मे लोगों को मिलने वाले मूलभूत सुविधा को पहले प्राथमिकता के साथ पूरा करेंगी कोटा विधानसभा मे उद्योग की स्थापना होगी और लोगों को रोजगार दिलाया जायेगा।
Comments
Post a Comment