भाजपा का "चलबो गौठान खोलबो पोल अभियान"लगातार जारी
गोरेला - प्रदेश में भाजपा चलबो गोठानो खोलबो पोल अभियान चला रही है इस कड़ी में गुरुवार को जिला जीपीएम जिला अध्यक्ष श्री कन्हैया राठौर , प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं चलबो गोठान खोलबो पोल के गौरेला से प्रभारी विष्णु अग्रवाल , जिला उपाध्यक्ष दिलीप यादव, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री संदीप सिघई , प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ सुषमा सिंह, श्रीमती मनोरमा गुप्ता , रूपचंद ,विक्की अग्रवाल ,मनीष अग्रवाल ,देव प्रताप राजपूत, गुड्डा ठाकुर ,भंवर सिंह , सतीश आर्मो, मुन्ना साठे ,, भुनेश्वर चौधरी, मंगल, दुर्योधन करसाल , प्रदीप पांणे एवं बहुत संख्या में ग्राम वासी ग्राम पंचायत पीपरखुटी जनपद गोरेला गौठान , ग्रामपंचायत
केवची की गौठान पहुंचे तो ना वहां गाय थी और ना ही व्यवस्था करने वाला कोई व्यक्ति गाय के विश्राम करने के लिए शेड का निर्माण तक नहीं किया गया था सिर्फ कुछ बलिया जोड़कर छोड़ दिया गया था कही पर घटिया स्तर का आधे अधूरे सेड का निर्माण तो हुआ पर घटिया होने की वजह से पूरा का पूरा उखड़ गया । वर्मी कंपोस्ट के लिए बनाए गए टैंक की जुड़ाई तक नहीं की गई थी बस मिट्टी के ईट रखे गए थे , कुछ जगह पर सीमेंट की जगह मिट्टी की जुड़ाई की गई थी पशुओं को पीने का पानी के टैंक पूरी तरीके से खाली थे, गैठानो के औचक निरीक्षण की सूचना पाकर कुछ जगह पर वर्मी कंपोस्ट की जगह मिट्टी और गिट्टी के साथ पत्थर लाकर भर दिया गया था
स्थानीय ग्रामीणों से पता चला कि हर निर्माण का भुगतान हो चुका है हद तो तब हो गई जब गोठान का गेट तक गायब मिला । बकरी और मुर्गी सेड भी अब तक नहीं बना था जबकि गोठानो में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा 14वें वित्त व 15 वे वित्त मनरेगा और डीएमएफ जैसे विभिन्न मदों से गांव व क्षेत्र के विकास के लिए भेजी गई राशि को सरपंचों को मजबूर कर दबाव पूर्वक गोठानो में जबरन दुरुपयोग कराया गया ।
भ्रष्टाचार के संबंध में गांव के बुजुर्ग और युवाओं से चर्चा की गई गांव वालों ने कहा कि केंद्र सरकार से भेजे गए पैसे को गांव के बिजली, पानी स्वच्छता ,स्कूल ,अस्पताल में खर्च किया जा सकता था किंतु उस पैसे का उपयोग गोठानो के नाम पर दुरुपयोग करके व्यापक भ्रष्टाचार किया गया ।
डॉ सुषमा सिंह ने बताया कि दो रुपए किलो की दर से गोबर को गांव वालों से खरीदने का ढिंढोरा पीटा जा रहा है जितना गोबर खरीदा गया उससे 10 गुना ज्यादा वर्मी कंपोस्ट के नाम पर मिटटी मुरम युक्त खाद्य उसी क्षेत्र के किसानों को ₹10 प्रति किलो की दर से जबरदस्ती सोसाइटी के माध्यम से बेचा जा रहा है जो किसान नहीं लेना चाहता है उसे सोसायटी के अन्य सभी सुविधाओं से वंचित कर दिया जाता है
गुटान निर्माण में भी भारी भरकम गड़बड़ी और भ्रष्टाचार साफ तौर पर देखा जा सकता है ।
Comments
Post a Comment