नियमितिकरण की जानकारी नहीं तो काम नहीं - काम बंद,
बिलासपुर 20/03/2023- छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी संघ के प्रांतीय आहवान पर जिले के अलग अलग विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों ने छत्तीसगढ़ी भाषा में तैयार कर पूरे 33 जिलों में माननीय मुख्यमंत्री के नाम जिला स्तर में 45 हजार संविदा कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंपा। साढ़े चार साल के लम्बे इंतजार के बाद भी बजट में उनकी मांगों को शामिल नहीं किए जाने एवम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा 22 विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों की जानकारी नहीं आने के वक्तव्य के बाद संविदा कर्मियों ने नियमितिकरण विषय पर सरकार की मंशा एवं विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।
जिसके कारण जिले एवम राज्य के संविदा कर्मचारियों में सरकार के प्रति भारी रोष व्याप्त है। माननीय मंत्री जी द्वारा विभिन्न मीडिया माध्यमों में यह कहना कि संविदा कर्मचारियों की जानकारी अभी तक प्राप्त हुई है जिस कारण नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है यह बात गले नहीं उतरती कि, शासन द्वारा किसी भी संविदा कर्मचारियों की जानकारी प्राप्त करना कोई बड़ी बात नहीं है जबकि प्रदेश में 4 साल पश्चात भी यह कार्य नहीं किया गया इससे यह प्रतीत होता है कि, नियमितीकरण के मामले को सरकार जानबूझकर लटकाने का प्रयास कर रही है
जिसके बाद प्रांत स्तर से नियमितिकरण नहीं, जानकारी नहीं तो काम नहीं के तर्ज पर काम बंद करने का निर्णय लिया गया। जिसके तहत सोमवार को राज्य एवं जिले के समस्त संविदा कर्मचारियों द्वारा सामूहिक अवकाश लेकर माननीय मुख्य मंत्री जी के नाम छत्तीसगढ़ी में गोहार करते हुए ज्ञापन सौपा, बिलासपुर जिले में श्री सौरभ कुमार IAS कलेक्टर महोदय को कलेक्टोरेट में ज्ञापन सौपा गया है। ज्ञापन सौपने में प्रदेश सचिव श्रीकांत लास्कर, श्रीमती पूनम तिवारी, एसबीएम उपसंयोजक परमेश्वर कौशिक, सचिव श्याम सुन्दर तांडेल, आईटीआई प्रमिल लठारे सलाहकार मनरेगा, एवं अजीत सदन नाविक,विशिष्ट सक्रिय पदाधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आशिष शर्मा आत्मा कृषि विभाग व अन्य सक्रिय सदस्य शामिल हुए।
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