सरकण्डा पुलिस ने 48 घण्टों के भीतर सुलझाया केस
बिलासपुर – सरकण्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक स्कूल में पढ़ने वाली तीन नाबालिग बालिकाएं स्कूल बंक कर रेलवे स्टेशन गई हुई थीं। जहां एक बालिका के परिजन का फ़ोन आने पर तीन में से दो बालिकाएं डांट-मार के डर से चलती ट्रेन में दौड़कर चढ़ गयीं।
मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भापुसे), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेन्द्र जायसवाल, नगर पुलिस अधीक्षक (सिटी कोतवाली) पूजा कुमार को अवगत कराया गया। बालिकाएं जिस ट्रेन में बैठी थीं वह कोरबा की ओर जा रही थी, कोरबा पहुंचने के बाद दोनों बालिकाएं जांजगीर तक अन्य ट्रेन के माध्यम से आयीं और वहां से पुरी की ओर जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस में चढ़ गयीं। दोनों बालिकाओं से परिजनों की अलग-अलग मोबाईल नम्बरों से बात हो रही थी। अलग-अलग नम्बरों की सायबर सेल के माध्यम से लोकेशन प्राप्त करने के
पश्चात आरक्षक मनोज बघेल के साथ बालिकाओं के परिजन तत्काल ओडिशा रवाना हुए। उत्कल एक्सप्रेस की रनिंग स्टेटस के आधार पर आरपीएफ पोस्ट कटक से समन्वय स्थापित कर दोनों बालिकाओं को कटक रेलवे स्टेशन पर जनरल बोगी से रिकवर किया गया। दोनों बालिकाएं सकुशल चाइल्ड केयर सेंटर में हैं तथा अपने साथ किसी भी प्रकार का अपराध होने का कथन नहीं कर रही हैं। दोनों बालिकाओं को थाना लाकर विधिवत कार्यवाही उपरांत परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।
उक्त मामले में वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन लगातार प्राप्त हुआ तथा आरपीएफ सीनियर डीएससी आदित्य कुमार (IRPFS), आरपीएफ पोस्ट कटक प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल सिंह, आरपीएफ (क्राइम) सब इंस्पेक्टर एस.के. मिंज का सराहनीय योगदान रहा।
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